Waqf law 2025: कश्मीर की घाटियों में इन दिनों ट्यूलिप गार्डन की बहार छाई हुई है. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू इन दिनों कश्मीर के दौरे पर हैं. जिसको लेकर पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि बिल को पास करने के बाद रणनीतिक रूप से कश्मीर का दौरा चुना है.
कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में सोमवार यानी कि 7 अप्रैल को मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्यूलिप गार्डन की सैर की है, जिसमें मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उनके पिता डॉ, फारुक अब्दुल्ला भी मौजूद थे. इन तस्वीरों को सोशल मीडिया पर साझा करने विपक्ष ने सवाल करना शुरू कर दिए हैं.
24 करोड़ मुसलमानों के विचारों की अहमियत नहीं
इस मुलाकात के बाद पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने बुध्रवार को सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने मंत्री रिजिजू के इस दौरे को राजनीतिक दौरा बताया है. अपने पोस्ट में महबूबा मुफ्ती ने कहा, "वक्फ संशोधन बिल को संसद में जबरदस्ती पारित कराने के बाद, मंत्री किरण रिजिजू ने रणनीतिक रूप से कश्मीर का दौरा चुना है. भारत के एकमात्र मुस्लिम बहुल राज्य के मुख्यमंत्री ने उनका रेड कार्पेट से स्वागत किया है. एक ऐसा कदम जो जानबूझकर इस मकसद से लिया गया है कि देश के 24 करोड़ मुसलमानों को यह पैगाम दिया जाए कि उनकी राय का कोई अहमियत नहीं है, जब उनके राज्य का नेता ही इस फैसले के सपोर्ट में खड़ा हो."
— Mehbooba Mufti April 9, 2025
मुस्लिम में अलगाव और बेबसी का एहसास
अपने इस पोस्ट में मुफ्ति ने लिखा, एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन का दौरा किया गया है, जो कि मुस्लिम कम्युनिटी को हाशिए पर धकेले जाने और उनकी शक्ति को खत्म करने का एक सार्वजनिक जश्न जैसा लग रहा है. मुख्यमंत्री की इस कार्रवाई ने न केवल मुस्लिम में अलगाव और बेबसी के एहसास को गहरा किया, बल्कि इस एकतरफा फैसले को मंजूरी भी दी है."
बिल को खारिज करने की कोशिश
इसके साथ ही महबूबा मुफ्ती ने यह भी लिखा है, "आज इस विधानसभा सत्र का आखिरी दिन है, इसलिए सत्तारूढ़ गठबंधन को इस बिल को खारिज करने के लिए एक प्रस्ताव पारित करने पर ध्यान देना चाहिए, न कि इस राजनीतिक नाटक को और लंबा खींचने की"