Mehbooba Mufti on Waqf Act: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने वक्फ (संशोधन) कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और कर्नाटक के मुख्यमंत्रियों के रुख की तारीफ की है. उन्होंने कहा कि आज के समय में जब कोई भी विरोध करना मुश्किल होता जा रहा है, तब इन नेताओं की बेबाकी और हिम्मत ताजगी की तरह है.
महबूबा ने सोशल मीडिया पर बताया कि उन्होंने ममता बनर्जी, एम.के. स्टालिन और सिद्धारमैया को चिट्ठी लिखकर शुक्रिया अदा किया है. उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर एकमात्र मुस्लिम बहुल राज्य है और वहां के लोग इन नेताओं के रुख से उम्मीद और ताकत पाते हैं. साथ ही, उन्होंने अफसोस जताया कि जम्मू-कश्मीर की सरकार की तरफ से इस कानून पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
वक्फ कानून पर NC ने बोला हमला
शुक्रवार को एक्स पर एक पोस्ट में एनसी ने कहा, “पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के निर्देश पर और भारत के अल्पसंख्यकों के हित में, जेकेएनसी ने वक्फ संशोधन अधिनियम को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. हमारे विधायक अर्जुन सिंह राजू, एडवोकेट रेयाजखान और हिलाल लोन ने आज न्याय की मांग करते हुए एक रिट याचिका दायर की है.” वहीं, मुस्लिम धार्मिक नेताओं और संगठनों ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम की आलोचना की है.
बीजेपी ने क्या कहा?
जम्मू-कश्मीर बीजेपी नेताओं ने कानून का समर्थन करते हुए कहा है कि इसका उद्देश्य विसंगतियों को दूर करना और वक्फ बोर्डों को प्रौद्योगिकी-संचालित बनाना है. जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की प्रमुख दरक्शां अंद्राबी ने अधिनियम का बचाव करते हुए कहा है कि यह देश में वक्फ बोर्डों पर सदियों पुराने एकाधिकार को खत्म कर देगा. वक्फ (संशोधन) बिल 4 अप्रैल को लोकसभा और राज्यसभा दोनों में लंबी बहस के बाद संसद द्वारा पारित किया गया था.