NDA Government Formation: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सीनियर नेता नरेन्द्र मोदी को शुक्रवार को सर्वसम्मति से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) संसदीय दल का नेता चुन लिया गया. इसके बाद NDA के नेता राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे और फिर नरेन्द्र मोदी रविवार को लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. संसद भवन की पुरानी इमारत में मौजूद संविधान कक्ष में NDA की बैठक की औपचारिक शुरुआत होने के बाद सीनियर नेता राजनाथ सिंह ने मोदी को NDA संसदीय दल का नेता चुने जाने का प्रस्ताव रखा, जिसका सभी सहयोगी दलों ने अनुमोदन किया.
बड़े नेताओं ने सपोर्ट किया
अनुमोदन के बाद सभी नेताओं ने ध्वनि मत से मोदी को अपना नेता चुन लिया. भाजपा और राजग नेताओं ने माला पहनाकर नेता चुने जाने पर मोदी को बधाई दी. इस दौरान कक्ष में मौजूद नेताओं ने मोदी-मोदी के नारे भी लगाए. सिंह के प्रस्ताव का सबसे पहले अमित शाह, फिर नितिन गड़करी और उसके बाद राजग के दूसरे सहयोगी दलों के नेताओं ने सपोर्ट किया. सपोर्ट करने वाले प्रमुख NDA नेताओं में सबसे पहला नाम जनता दल (सेक्युलर) के एच डी कुमारस्वामी का था.
नायडू और नीतीश ने दी बधाई
इसके बाद तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के नेता एन चंद्रबाबू नायडू और फिर जनता दल (यूनाइटेड) के नीतीश कुमार ने मोदी को राजग संसदीय दल का नेता चुने जाने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया. शिवसेना के एकनाथ शिंदे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजीत पवार सहित राजग में शमिल अन्य घटक दलों के नेताओं ने भी इस प्रस्ताव का अनुमोदन किया. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान, हिन्दुस्तान अवाम मोर्चा (सेक्यूलर) के जीतन राम मांझी, अपना दल (सोनेलाल) की अनुप्रिया पटेल और जन सेना पार्टी के पवन कल्याण सहित अन्य नेताओं ने भी प्रस्ताव का अनुमोदन किया.
तीसरी बार प्रधानमंत्री
आपको बता दें कि भाजपा नेता नरेंद्र मोदी तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. सबसे पहले वह साल 2014 में प्रधानमंत्री पद पर बैठे थे. इसके बाद साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजापा के नेतृत्व वाले गठबंधन को बहुमत मिला. इसके बाद दूसरी बार नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाया गया. 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा 240 सीटों के साथ NDA को 294 सीटें मिली. ये सीटें सरकार बनाने के लिए काफी हैं.