Nawada Masjid Land Shivling Incident: बिहार के नवादा जिले के गंगटी गांव में 31 जुलाई को ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पूरे गांव का माहौल बदल दिया है. हुआ यूं कि गांव के उमेश ठाकुर खेत जोत रहे थे. यह खेत उन्हें मुस्लिम बहुल "चावल" गांव की मस्जिद कमेटी ने खेती के लिए दिया था. वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है कि खेत जोतते समय अचानक ट्रैकटर बंद हो गया और हल ज़मीन में धंस गया. बाद में उस जगह की खुदाई करने पर ज़मीन के नीचे से एक शिवलिंग निकला.
यह खबर गांव में आग की तरह फैल गई. आस-पास के लोग और दूसरे गांव के भी लोग खेत में पहुंच गए. किसी ने पूजा शुरू कर दी तो किसी ने भजन-कीर्तन करने लगे. देखते ही देखते भीड़ उमड़ पड़ी और लोग इसे भोलेनाथ का चमत्कार मानने लगे. साथ ही सावन के महीने में इसे लोग आस्था से जोड़ रहे हैं. लेकिन अब बात इतनी सीधी भी नहीं है. ज़मीन मस्जिद कमेटी की बताई जा रही है.
क्या जमीन हड़पने के लिए की गई है साजिश?
वहीं, घटना को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है. कई लोगों का मनाना है कि यह खेत जोतने वाला ड्रामा कर रहा है और मस्जिद की जमीन कब्जा करने के लिए ऐसा किया है. गांव में कुछ लोगों का कहना है कि ये सब जान-बूझकर किया गया है. शायद शिवलिंग रात में ही किसी ने ज़मीन में दबा दिया हो, ताकि सुबह जब हल चले तो माहौल गरमा जाए और सावन का महीना चुनना भी सोची-समझी रणनीति लगती है.
इलाके में तनाव
अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या ये वाकई भोलेनाथ का इशारा है या समाज में तनाव पैदा करने की कोई साजिश? यह जांच का विषय है. इस घटना के बाद इलाके में तनाव है और तनाव को देखते हुए पुलिस की चौकसी भी बढ़ा दी गई है. क्योंकि ऐसे में हालात कभी भी बिगड़ सकते हैं. क्योंकि जिस ज़मीन पर शिवलिंग मिलने का दावा किया जा रहा है, वो ज़मीन मस्जिद कमेटी की है.