Operation Sindoor: भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता पर एक बड़ा बयान दे दिया है. इस बयान से पाकिस्तान बौखला गया है. डोभाल ने शुक्रवार को पहली बार ऑपरेशन सिंदूर पर सार्वजनिक तौर पर बयान देते हुए कहा कि भारत ने पाकिस्तान के भीतर मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को बेहद सटीकता से निशाना बनाया.
डोबाल के इस बयान से पाकिस्तान बौखला उठा है. इस बयान के एक दिन बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और अंरराष्ट्रीय कानून का राग अलापते हुए भारत पर अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करने का इल्ज़ाम लगाया है. साथ ही कहा कि भारत ने पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन किया है.
दरअसल, NSA अजीत डोभाल ने बीते शुक्रवार को ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जिक्र करते हुए कहा कि इस ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत की ओर से कोई चूक नहीं हुई थी. उन्होंने आगे कहा कि भारत ने सिर्फ 23 मिंट में पाकिस्तान के अंदर मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर सफलतापूर्वक हमला किया गया था.
डोभाल ने मीडिया को दी चुनौती
साथ ही डोभाल ने विदेशी मीडिया को चुनौती देते हुए कहा कि अगर भारत को नुकसान पहुंचा है, तो एक भी फोटो, एक भी सैटेलाइट इमेज दिखा दें. यहां तक कि एक शीशा भी टूटा हो तो बताएं. उन्होंने कहा कि "हम जानते थे कौन कहां है और हमने उसी जगह को निशाना बनाया. हमसे कोई चूक नहीं हुई." उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पूरी तरह खुफिया जानकारियों पर आधारित था.
पाकिस्तान ने भारत पर लगया ये गंभीर इल्ज़ाम
वहीं, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें NSA अजीत डोभाल के बयान को तोड़-मड़ोर कर पेश किया गया. इसके साथ ही पाकिस्तान ने भारत पर संप्रभुता के उल्लंघन और अंतरराष्ट्रीय कानूनों की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगाया है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने कहा, "डोभाल का बयान एक जानबूझकर किया गया झूठा प्रचार है. यह जिम्मेदार कूटनीति के सभी मानकों का उल्लंघन है. भारत का इस तरह सैन्य हमले पर घमंड करना संयुक्त राष्ट्र चार्टर का गंभीर उल्लंघन है."
पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से की ये अपील
पाकिस्तान ने भारत पर गंभीर इल्जाम लगाते हुए कहा कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जिन इमारतों को आतंकी ठिकाना बताकर हमला किया था, वे असल में आम नागरिकों के इमारत थे और वहां नागरिकों की मौतें हुईं थी. शफकत अली खान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अब इसे गंभीरता से लेना होगा. अगर लगाम नहीं लगाई गई, तो हम इसके परिणाम देख चुके हैं.