West Bengal News: इन दिनों भाजपा शासित राज्यों में कथित अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ जोर शोर से जांच अभियान चल रहे हैं और कार्रवाई की जा रही है, लेकिन विपक्षी दल इन कार्रवाईयों के खिलाफ सरकार पर सवाल उठाते हुए कह रहे हैं कि अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के बहाने आम भारतिय मुसलमानों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है. इसी कड़ी में भाजपा शासित उड़ीसा में पश्चिम बंगाल के 100 मजदूरों को बांग्लादेशी होने के शक में गिरफ्तार कर लिया गया है. इस घटना के बाद पश्चिम बंगाल की TMC सरकार और उड़ीसा की BJP सरकार आमने-सामने आ गई है.
बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार में राज्यसभा सांसद और राज्य के प्रवासी कल्याण बोर्ड के चीफ समीरुल इस्लाम ने इस घटना की जानकारी देते हुए कहा कि उड़ीसा की भाजपा सरकार पश्चिम बंगाल के 100 मजूदरों को बंगालदेशी होने के इल्जाम में गिरफ्तार कर ली है. उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद बंगाल के शीर्ष अधिकारियों ने उड़ीसा के शीर्ष अधिकारियों से बातचीत कर चुकी है, लेकिन वह उन मजदूरों को रिहा नहीं कर रहे हैं. साथ ही उन मजदूरों को डिटेंशन सेंटर भेज दिया गया है.
TMC सांसद समीरुल इस्लाम ने उड़ीसा सरकार की इस कार्रवाई को गैरकानूनी करार दिया है. उन्होंने कहा है कि उनकी सरकार उड़ीसा में गिरफ्तार उन बंगाली मजदूरों को वापस लाएगी. मीरुल इस्लाम ने कहा कि वे मजदूर भारत के नागरिक हैं. समीरुल इस्लाम ने कहा कि एक के बाद एक भाजपा शासित राज्यों में इस तरह की घटनाए हो रही है. उन्होंने कहा कि हाल ही में महाराष्ट्र पुलिसन के जरिये बंगाल से पकड़े गए 4 नौजवानों और 1 जोड़े को बंगाल सरकार के हस्तक्षेप के बाद वापस लाया गया.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उड़ीसा पुलिस ने इस मामले पर कहा है कि बंगाल पुलिस उनके संपर्क में है. उड़ीसा पुलिस ने कहा कि वह किसी को भी हिरास्त में नहीं लिया गया है, पुलिस सिर्फ उनकी पहचान की जांच कर रही है.