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मुर्शिदाबाद हिंसा: 110 से ज्यादा गिरफ्तार, हालात काबू में लाने के लिए कर्फ्यू लागू

Murshidabad violence: पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में जुमा को हिंसक प्रदर्शन हुए है, जिस मामले में पुलिस ने 110 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है. अब इलाके में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है और इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं.   

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मुर्शिदाबाद हिंसा: 110 से ज्यादा गिरफ्तार, हालात काबू में लाने के लिए कर्फ्यू लागू
Zee Salaam Web Desk|Updated: Apr 12, 2025, 02:44 PM IST
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Murshidabad Protest: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में जुमा को वक्फ एक्ट के खिलाफ प्रोटेस्ट किया गया है. शाम होते तक इस प्रोटेस्ट ने हिंसक रूप ले लिया.  मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में हुई हिंसा में पुलिस ने 110 से ज्याद लोगों को गिरफ्तार किया हैं. जानकारी पुलिस ने शनिवार को दी. 

वक्फ कानून 2025 को लेकर जुमा को पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में हिंसक प्रदर्शन हुए है. हिंसा मालदा, मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना और हुगली जिलों में हुई, जहां पुलिस की गाड़ियों को आग लगा दिया गया, सुरक्षा बलों पर पथराव किए गए और सड़कें जाम कर दी गईं.

हिंसा हुए इलाकों में पुलिस कार्रवाई कर रही है, जिसके दौरान मुर्शिदाबाद में 110 से ज्याद लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के एक अफसर ने बताया, "हिंसा के सिलसिले में सुती से लगभग 70 लोगों और शमशेरगंज से 41 लोगों को गिरफ्तार किया गया है." 

कर्फ्यू ​लागू
अफसरों ने बताया कि हिंसा हुए इलाकों पर शनिवार सुबह से हालात तनावपूर्ण रहे, लेकिन किसी हादसे की कोई खबर नहीं है. सभी इलाकों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है और इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं. एक अफसर ने कहा, "सुती और शमशेरगंज इलाकों में गश्त जारी है. किसी को भी कहीं भी इकट्ठा होने की इजाजत नहीं है. हम कानून और व्यवस्था को बिगाड़ने के इजाजत नहीं देंगे."

अफवाहों पर ध्यान न दें
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर ध्यान न दे. पुलिस ने बताया कि सुती में हुई झड़प के दौरान कथित तौर पर पुलिस की गोली से एक नाबालिग लड़का घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए कोलकाता के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. जिन जिलों में हिंसा हुई, उनमें मुस्लिम आबादी काफी है.

ममता की सरकार पर बीजेपी का हमला 
बीजेपी ने ममता बनर्जी सरकार पर हमला करते हुए कहा, "अगर वह हालात को संभालने में असक्षम है, तो उसे केंद्र से मदद मांगनी चाहिए. विपक्ष के नेता शुभेंदु अफसर ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "यह ध्यान रहे कि यह महज विरोध प्रदर्शन नहीं था, बल्कि प्लेन की हुई हिंसा थी. जिहादी ताकतों के जरिये लोकतंत्र और शासन पर हमला था. ये हमारे मुआशरे में दूसरे कम्युनिटी में डर पैदा करने के लिए अराजकता फैलाना चाहते हैं." 

ममता से कार्रवाई की मांगा 
शुभेंदु ने कहा, "लोगों की गाड़ियों का जलाया गया, सरकारी अफसरों को धमकाया गया और डर का माहौल बनाया गया, यह सब असहमति की झूठी आड़ में किया गया.  ममता बनर्जी सरकार की चुप्पी बहुत हैरान करने वाली है." 
आगे अधिकारी ने कहा, "हिंसा के पीछे जो लोग हैं, उनकी पहचान की जानी चाहिए, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और कानून की सख्त धाराओं के तहत उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए." 

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