Prashant Kishore in BJP: जन सुराज अभियान के संस्थापक प्रशांत किशोर ने युवाओं, खास तौर पर नौकरियों के मुद्दों के बीच भारतीय जनता पार्टी की चुनावी सफलताओं के लिए मतदाताओं को एकजुट करने में विपक्ष की असमर्थता को जिम्मेदार ठहराया है. एक मीडिया संस्थान को दिए गए इंटरन्यू के दौरान उन्होंने कहा 'युवाओं के मुद्दों को संबोधित करने में सक्षम नहीं होने' के बावजूद बीजेपी चुनाव क्यों जीत रही है.
किशोर, जो 2014 में भारतीय जनता पार्टी के चुनाव रणनीतिकार थे, उन्होंने कहा,"भाजपा सरकार लगातार जीत रही है क्योंकि अपोजीशन में लोग एकजुट नहीं हो पा रहे हैं और मतदाताओं को प्रेरित नहीं कर पा रहे हैं." उन्होंने आगे कहा,"2019 में, 100 में से 38 लोगों ने मोदी के पक्ष में मतदान किया, जबकि 62 ने नहीं किया. तब बहुमत सरकार के पक्ष में नहीं था. लेकिन वे 62 मतदाता एकजुट नहीं हैं और बिखरे हुए हैं. कोई भी उन्हें प्रेरित करने में सक्षम नहीं है और सरकार इससे लाभान्वित हो रही है.''
किशोर, एक प्रसिद्ध चुनाव रणनीतिकार हैं, जिन्होंने भाजपा, जद (यू)-राजद महागठबंधन, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस और वाईएसआर कांग्रेस सहित प्रमुख राजनीतिक दलों के साथ काम किया है. हाल ही में, उन्होंने ऐलान किया था कि 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों में उनके संगठन 'जन सुराज' के जरिए समर्थित एक मंच के जरिए अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) कैटेगरी के कम से कम 75 लोगों को मैदान में उतारा जाएगा.
कांग्रेस में शामिल नहीं होने पर किशोर ने पोस्ट किया था, "मैंने ईएजी के हिस्से के रूप में पार्टी में शामिल होने और चुनावों की जिम्मेदारी लेने के कांग्रेस के उदार प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया. मेरी विनम्र राय में, मुझसे ज्यादा पार्टी को नेतृत्व और सामूहिक इच्छाशक्ति की जरूरत है."