Uttarakhand News: उत्तराखंड के रामनगर में बूचड़खाने का मुद्दा एक बार फिर तूल पकड़ रहा है. बीते तीन दिनों से नगर पालिका अध्यक्ष हाजी मोहम्मद अकरम और पालिका के सभासद शिवि अग्रवाल के बीच इस मुद्दे पर लगातार तनाव और बयानबाज़ी जारी है. मामला उस वक्त और ज्यादा गर्मा गया जब शनिवार को पालिका अध्यक्ष ने सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर एक विवादास्पद बयान दिया.
रामनगर नगर पालिका अध्यक्ष हाजी मोहम्मद हाजी अकरम ने अपने बयान में इल्जाम लगाया कि सभासद शिवि अग्रवाल ने माथे पर तिलक लगाकर, हाथ में गदा लेकर हनुमान जी का स्वरूप धारण कर भैंस काटने की प्रक्रिया में हिस्सा मांगा. इसके अलावा नगर पालिका चेयरमैन ने कई गंभीर आरोप लगाए, जिससे विवाद और गहरा गया. इस बयान के बाद हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया है कि धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं.
1 जून को प्रदर्शन
वहीं, 1 जून को करणी सेना युवा शक्ति, प्रदेश अध्यक्ष सूरज चौधरी की अगुआई में शहीद भगत सिंह चौक, भवानीगंज में एकजुट होकर प्रदर्शन और नारेबाज़ी की गई. करणी सेना ने पालिका अध्यक्ष के बयान को हनुमान जी का अपमान बताया और इसे पूरे हिंदू समाज की भावना के खिलाफ करार दिया. उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह के बयानों को बिल्कुल भी सहन नहीं किया जाएगा. प्रदर्शनकारियों ने साफ़ कहा कि यदि नगर पालिका अध्यक्ष ने 12 घंटे के भीतर सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे और सड़कों पर उतरेंगे. करणी सेना ने इसे हिंदू धर्म के सम्मान और आत्मसम्मान का सवाल बताया.
नगर पालिका के चीफ का नहीं आया है अभी बयान
वहीं, नगर पालिका अध्यक्ष हाजी मोहम्मद अकरम की तरफ से अब तक इस चेतावनी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, जिससे तनाव और बढ़ सकता है. स्थानीय प्रशासन की भी नजर इस मामले पर है क्योंकि अगर विवाद और बढ़ा तो कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने का खतरा है. रामनगर में स्लॉटर हाउस का मुद्दा पहले भी राजनीतिक और धार्मिक तूल पकड़ चुका है, लेकिन अब यह मामला व्यक्तिगत आरोपों और धार्मिक भावनाओं के टकराव में तब्दील होता दिख रहा है.