Waqf bill: वक्फ संशोधन बिल पर मुल्क में एक बार फिर से राजनीति तेज हो गई है. हाल के दिनों में कई राज्यों में इस बिल के खिलाफ विपक्षी दलों ने प्रोटेस्ट भी किया है. इसी बीच कांग्रेस के एक बड़े मुस्लिम नेता ने वक्फ बिल समेत कई मुद्दों पर बीजेपी समेत उसके सयोगी दलों पर निशाना साधा है. उन्होंने ईद और नौरात्रि को लेकर मुसलमानों के खिलाफ नफरती बयानबाजी पर भी अपनी राय रखी है.
कांग्रेस के वरिष्ट मुस्लिम नेता राशिद अलवी ने वक्फ बिल को लेकर बीजेपी समेत उसके कथित सयोगी दलों पर निशाना साधा है. उन्होंने एनडीए के की नेताओं पर मुस्लिम विरोधी होने का इल्जाम लगाया है. उन्होंने कहा कि अगर आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, लोजमा के प्रमुख और केंद्र में मंत्री चिराग पासवान वक्फ संशोधन बिल के सपोर्ट में खड़े रहे, तो मुस्लिम समाज उन्हें कभी माफ नहीं करेगा. बात दें कि इन नेताओं ने संसद भवन में वक्फ बिल के समर्थन में वोट किया था. हालांकि सीएम चंद्रबाबू नायडू ने 28 फरवरी को एक इफ्तार पार्टी के दौरान बायान देते हुए कहा है कि वह हमेशा वक्फ बोर्ड के समर्थन में खड़े रहेंगे.
राशिद अलवी ने बीजेपी पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि सरकार के पास ताकत है, कानून बनाने की क्षमता है, फिर भी होम मिनिस्टर अमित शाह ने अब तक ऐसा कोई कानून क्यों नहीं बनाया, जिससे मुसलमान वोट ही न दे पाए? उन्होंने कहा कि शायद ऐसा कानून बनाने के बाद भाजपा की सारी प्रॉब्लम दूर हो जाएंगी. उन्होंने रमजान और नवरात्रि पर हो रहे नफरती बयानबाजी पर भाजपा की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो मुसलमान रोजा रखना चाहते है, वह रोजा रखे, जिस हिंदू को नवरात्रि करनी है, वह नवरात्रि करे. उन्होंने कहा क बिना वजह इसे मुकाबले के रूप क्यों दिया जा रहा है? उन्होंने कहा कि यही भाजपा की गलत नीति है.
रशिद अलवी ने देवकीनंदन के नफरती बयान पर कहा कि ऐसे ही लोगों के बयानबाजी से नगपुर औस संभल में दंगा हुआ है. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग सिर्फ दंगा करवाना चाहते है. उन्होंने आखिर में इन सब का जिम्मेदार भाजपा को ठहराया है.