Afghanistan News: भारत के पड़ोसी देश अफगानिस्तान में अब तालिबान का शासन है. साल 2021 में तालिबान ने अफगानिस्तान के मौजूदा सरकार को खदेड़ दिया और सत्ता की बाग-डोर अपने हाथों में ले ली. तालिबान ने सत्ता में आते ही कई महिला विरोधी कदम उठाए. तालिबान की तरफ से औरतों और लड़कियों की तालीम पर रोक लगा दी गई. इस फैसले का विरोध तालिबान के ही एक बड़े नेता शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकजई ने किया था. ये तालिबान सरकार में डिप्टी फॉरेन मिनिस्टर थे. खबर है कि अब्बास अपगानिस्तान छोड़ कर भाग गए हैं. कई मीडिया रिपोर्ट में ऐसा दावा किया जा रहा है.
सभी को तालीम हासिल करने का है हक
तालिबानी नेता शेर मोहम्मद अब्बास हमेशा से औरतों के तालीम हासिल करने की हिमायत रहे हैं. अब्बास तालिबान के महिला विरोधी फैंसलों से इत्तेफाक नहीं रखते हैं. उन्होंने हमेशा इन फैसलों की मुखालफत की है. इस बाच अफानिस्तान के कार्यकारी प्रधानमंत्री अखुंदजादा ने अब्बास की गिरफ्तारी का ऑर्डर दिया था. मजबूर होकर अब्बास स्तानिकजई को देश छोड़ना पड़ा है. हालांकि अब्बास अफगानिस्तान से भाग कर किस देश में गए हैं, इसकी ऑफिसियल जानकारी नहीं है.
अखुंदजादा को लीडर नहीं मानते अब्बास
गौरतलब है कि तालिबान सरकार में डीप्टी फॉरेन मिनिस्टर अब्बास स्तानिकजई ने एक भीड़ को खिताब करते हुए औरतों के तालीम हासिल करने का सपोर्ट किया था. उन्होंने सरकार की महिला विरोधी फैसले की मजम्मत करते हुए कहा था कि इस्लाम औरतों को तालीम हासिल करने से नहीं रोकता. साथ ही उनकी एक कथित ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. जिसमें वह अफगानिस्तान की अवाम से कह रहे है कि अखुंदजादा को आंख बंद करके पैगंबर की तरह मत मानो. उन्होंने कहा कि अखुंदजादा (अफगानिस्तान के कार्यकारी प्रधानमंत्री) को भी देश को बर्बाद करने कि इजाजत नहीं दे सकते हैं.