Israel Iran War: इजराल और ईरान के बीच जंग जारी है. इस बीच दुनिया दो धड़ो में बटी हुई दिख रही है. इस मुददे पर विपक्षी पार्टी कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सोशल मीडिया चेयरपर्सन सुप्रिया श्रीनेत ने मोदी सरकार की विदेश नीति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. उन्होंने ईरान पर इजरायली हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि ईरान पर अंधाधुंध इजरायली हमले और टार्गेटेड हत्याएं इलाके का तनाव बढ़ा दिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि इन हमलों से ईरान में मौजूद भारीतय पर भी संकट गहरा गई है.
सुप्रिया श्रीनेत ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ईरान में फसे भारतीय मजबूर होकर सरकार से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन मोदी सरकार छोटे-मोटे कदमों के एलावा कोई ठोस निर्णय नहीं ले रही है. उन्होंने ईरान-इजरायल संघर्ष को तुरंत रुकवाने की अपील करते हुए कहा कि 'ये अस्थिर्ता सब कुछ बर्बाद कर देगी, इसे जल्द से जल्द रोका जाए'. उन्होंने कहा कि इस तनाव को कम करने के लिए भारत को एक सकारात्म भूमिका जरूर निभानी चाहिए.
मोदी सरकार से किया बड़ा सवाल
उन्होंने मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछेल कुछ समय से भारत अपने नैतिक जिम्मेदारियों से मुह फेर ले रहा है. उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या भारत खुलकर शांति बहाल करने के लिए बोलेगा?
गाजा सीजफायर पर क्या बोली सुप्रिया
उन्होंने गाजा के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि 12 जून 2025 को संयुक्त राष्ट्र में गाजा युद्धविराम पर हमने वोटिंग से अलगर रहने का फैसला किया. उन्होंने सरकार के इस फैसले को गलत और कैराना बताया है. उन्होंने कहा कि खासकर तब, जब गाजा में बच्चों की हत्या हो रही है. उन्होंने कहा कि 180 देशों में से 149 देशों ने गाजा में सीजफायर के समर्थन में वोट किया, 12 मुल्कों ने सीजफायर के खिलाफ वोटिंग किया और 19 देशों ने वोटिंग से अलग रहने का फैसला किया. सुप्रिया ने सरकार से सवाल करते हुए काह कि हम इन देशों की श्रेणी में रहना चाहते हैं.
देश का बागडोर एक कायर के हाथ में है- सुप्रिया श्रीनेत
सुप्रिया श्रीनेत ने फिलिस्तीन के साथ एकजुटता दिखाते हुए कहा कि इतिहास गवाह है कि भारत हमेशा फिलिस्तीन के पक्ष में खड़ा रहा है. उन्होंने कहा कि 1974 में भारत फिलिस्तीनी संगठन को मान्यता देने वाला पहला गैर अरब देश है. उन्होंने कहा कि वर्ष 1988 में औपचारिक तौर पर फिलिस्तीन को राज्य के तौर दर्जा दे दी. उन्होंने आखिर में कहा कि आज देश का बागडोर एक कायर के हाथ में है. उन्होंने कहा कि भारत हमेशा मजलूमों के साथ रहा है.
इजरायल ने किया था ईरान पर हमला
इजरायल ने मिडिल ईस्ट को अशांत करने वाले कदम उठाते हुए, ईरान के परमाणु ठाकनों समेत महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों पर मला किया, और शीर्ष नेतृत्व के कई कमांडरों और वैज्ञानिकों की हत्या कर दिया. इस हमले के बाद दुनिया भर से के राष्ट्रों ने अपनी प्रतिक्रिया दी. अमेरिकी समेत यूरोपीय मुल्क इजरायल के साथ खड़े दिख रहे हैं. वहीं, पाकिस्तान, चीन, रूस समेत अरब देशों ने इजरायली हमले की निंदा की है.
लेकिन भारत सरकार ने अभीतक अपना सटैंड क्लियर नहीं किया है. विदेश मंत्रालय के तरफ से सिर्फ छोटा सा सोशल मीडिया पोस्ट आया है कि उन्होंने दोनों मुल्क के राष्ट्राध्यक्षों से फौन पर बात की है. पीएम मोदी भी एक पोस्ट के माध्यम से बताया कि उन्होंने पीए नेतन्याहू से फौन पर बात किया है, क्षेत्र में शांति पर जोर देने की बात कही गई.