Waqf Amendment Law: इन दिनों राजनीति की गलियारों में वक्फ बिल का मुद्दा सुर्खियां बटोरे हुए है. इस बिल को लेकर जहां विपक्ष सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की बात कर रहे हैं तो वही कुछ बिल का समर्थन भी कर रहे हैं.
ऐसी ही एक मणिपुर से खबर सामने आई है, जहां एक नेता को वक्फ बिल का समर्थन करना भारी पड़ गया. बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा की मणिपुर इकाई के अध्यक्ष असकर अली के घर को रविवार रात भीड़ ने आग लगा दी हैं.
मणिपुर के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि असकर अली ने कथित तौर पर वक्फ संशोधन बिल का समर्थन किया था, जिसके वजह से भीड़ ने रविवार की रात उनके घर को आग के हवाले कर दिया.
सोशल मीडिया से भड़की हिंसा
आपको बता दे कि मणिपुर अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष असकर अील ने शनिवार को वक्फ संशोधन कानून को सपोर्ट करते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया था, जिसके बाद उग्र भीड़ ने रविवार की रात उनके घर में आग के हवाले कर दिया है.
अधिकारियों ने बताया है कि इस पोस्ट के बाद कल रात तकरीबन 9 बजे गुस्साई भीड़ उनके घर के पास इकट्टा हुई और तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया. गुस्साई भीड़ ने बाद में घर को आग लगा दी.
कानून वापसी की अपील
इस घटना के बाद असकर अली ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर पिछले बयान के लिए माफी मांगी है. साथ ही वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ नाराजगी भी जाहिर की है. असरक अली ने कहा, "हाल ही में वक्फ संशोधन कानून संसद के दोनों सदनों से पास होने के बाद समर्थन में पोस्ट शेयर की थी. मैं पोस्ट के लिए पूरे मुस्लिम कम्युनिटी से माफी मांगता हूं. मैं केंद्र सरकार से गुजारिश करता हूं कि कानून को जल्द से वापस ले लिया जाएं."
फिलहाल इस मामले में किसी भी शख्स की ख्याल होने की खबर नहीं आई है. बताया जा रहा है कि भीड़ के गुस्से का सामना पुलिस और दमकल के कर्मचारियों को भी झेलना पड़ा है. मणिपुर दमकल के कर्मचारी मौके पर पहुंचे तो भीड़ ने उन्हें वहीं रोक लिया. अभी तक पुलिस की तरफ से किसी भी गिरफ्तारी की खबर नहीं आई है.
बिल के खिलाफ प्रदर्शन
वहीं इस घटना से पहले वक्फ संशोधन एक्ट के खिलाफ इंफाल घाटी के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए हैं. इस रैली में पांच हजार से ज्याद लोग शामिल हुए, जिसके वजह से लिलोंग में राष्ट्रीय राजमार्ग-102 पर आवाजाही बंद हो गई थी.