नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में बहुसंख्यक समाज में मुसलमानों के खिलाफ नफरत का ज़हर इस कदर भर चुका है कि आपसी दुशमनी और खुन्नस निकालने के लिए भी बीच में मुसलमानों को घसीट कर ले आते हैं. वहीँ, लोगों का बजरंग दल और विहिप पर इतना भरोसा बढ़ गया है कि किसी भी मामले में लोग उसे सरपंच, पुलिस और कोर्ट की तरह बुला लेते हैं. ताज़ा मामला अलीगढ़ के एक निजी स्कूल, जीडी पब्लिक स्कूल का है, जहाँ स्कूल के एक टीचर का प्रिंसिपल से आपसी विवाद होने पर उसने झूठी खबर फैला दी कि स्कूल में मुस्लिम स्टूडेंट्स को रमजान के मद्देनज़र एक घंटा पहले छुट्टी दी जा रही है. टीचर ने बजरंग दल के लोगों को बुला लिया, जहाँ पुलिस ने उसे समझ- बुझाकर वापस भेज दिया कि स्कूल में ऐसा कुछ नहीं हुआ है और न होगा.. प्रिंसिपल पायल सिंह ने कहा, " हमारे स्कूल में किसी भी मुस्लिम बच्चों को पहले छुट्टी नहीं दी जा रही है.
मजहब की बुनियाद पर कोई भेदभाव नहीं
अभी से दो दिन पहले ही गुजरात के एक सरकारी स्कूल में मुस्लिम बच्चों को रोज़ के मामूल से एक घंटा पहले छुट्टी देने पर हिन्दू संगठनों ने बवाल किया था. आज उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ महानगर के खैर रोड स्थित जीडी पब्लिक स्कूल में मजहब के नाम पर मुस्लिम स्टूडेंट्स को प्राथमिकता देने का इल्ज़ाम लगाते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के ओह्देदारान और कारकुनान ने विरोध जताया है. उनका आरोप था कि जीडी पब्लिक स्कूल में रमजान के महीने में मुस्लिम छात्रों को रियायत देते हुए 1 घंटे पहले छुट्टी देने की व्यवस्था की गयी है. इसकी जानकारी मिलने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लोगों ने वहां पहुंच कर स्कूल में स्टूडेंट्स के बीच भेदभाव की नीति अपनाने का इल्ज़ाम लगाते हुए इसकी मुखालफत की. उन लोगों ने मांग की कि स्कूल में किसी भी स्टूडेंट्स के साथ मजहब की बुनियाद पर कोई भेदभाव नहीं किया जाए. बाद में स्कूल प्रशासन और मौके पर पहुंची पुलिस ने विद्यार्थी परिषद के लोगों को समझाकर मामले को शांत कराया.
होश उड़ा देंगे प्रिंसिपल पायल सिंह के बयान
जीडी पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल पायल सिंह ने कहा, "स्कूल में एक टीचर पिछले 13 साल से जुड़े हुए हैं. स्कूल के टाइम टेबल को लेकर सीबीएसई बोर्ड के नियमों में हर बार कुछ न कुछ बदलाव होता रहता है. इसी बदलाव के तहत मैंने उस टीचर से कुछ सीनियर क्लास की जगह जूनियर क्लास में शिफ्ट कर दिया था. ये बदलाव उस टीचर को अच्छा नहीं लगा तो उन्होंने हमसे आकर कहा कि मैं आपके स्कूल में नए एडमिशन नहीं होने दूंगा. स्कूल को बदनाम करूंगा. साथ ही धमकी दी कि मैं स्कूल में बजरंग दल व अन्य हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं को बुलाऊंगा. इसके बाद टीचर चले गए और उन्होंने स्कूल में कुछ अज्ञात लोगों को बुला लिया.""
किसी को नहीं दी गई समय से पहले छुट्टी
प्रिंसिपल पायल सिंह ने कहा, " हमारे स्कूल में धर्म के नाम पर किसी भी छात्र के साथ कोई भेदभाव नही किया जा रहा है. मुस्लिम बच्चों को पहले छुट्टी नहीं दी जा रही है. कुछ मुस्लिम शिक्षक शुक्रवार को नमाज पढ़ने जाते थे, और फिर वह बाद में लौट आते थे. इसके बदले में वो समय से पहले स्कूल आते थे. शुक्रवार को जो शिक्षक नमाज पढ़ने जाते थे, अब उनको भी उसके लिए छुट्टी नहीं दी जाएगी. अगर जरूरत पड़ी तो डीएम से इसकी परमिशन ली जाएगी. हमारे स्कूल में हट धर्म और वर्ग के बच्चे पढ़ते हैं, हम सभी का सम्मान करते हैं.
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