लखनऊ: अभी से हफ्ते भर बाद 13-14 फरवरी को शब- ए - बरात है. इसके ठीक 15 दिन बाद रमजान का पाक महीना शुरू हो जाएगा. देश और दुनियाभर के मुसलमान शब- ए - बरात का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश के इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया में शबबरात को लेकर शुक्रवार को एक मीटिंग की गई. इस बैठक में उलेमा, पुलिस कमिश्नरेट और नगर निगम सहित कई विभागों के ओह्देदरान मौजूद रहे. इसमें मुसलमानों से शब- ए - बरात की रात कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुछ हिदायतें भी दी गयी है.
नागरिक सुविधाओं की मांग की गयी
मीटिंग के बाद इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के सदर मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा, " शबे बरात के मौके पर बड़ी तादाद में लोग कब्रिस्तानों में जाते हैं और इबादत करते हैं. खासकर ऐशबाग, सुप्पा, दरगाह शाह मीना शाह, कई कब्रिस्तान में बहुत ज्यादा भीड़ हो जाती है. इसलिए सुरक्षा और साफ- सफाई के पुख्ता इंतजाम किए जाने को लेकर इंतजामिया के साथ मीटिंग की गयी है." मीटिंग में मौलाना फरंगी महली ने इंतजामिया से अपील की है कि शबे बरात की रात कब्रिस्तानों के आसपास बिजली, पानी के टैंकर और एम्बुलेंस का माकूल इंतजाम किया जाए.
बैठक में नगर निगम, जल संस्थान और बिजली विभाग के अफसरान ने भी हिस्सा लिया. इन सभी महकमा के अफसरान ने शबे बरात पर सफाई, रोशनी और पानी का माकूल इंतजाम करने का भरोसा दिलाया है.
शब- ए - बरात की रात न करें ये काम
मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने मुसलमानों से अपेक की है कि शब- ए - बरात की रात को उत्सव या जश्न की रात न बनाएं. ये रात इबादत के लिए है, न कि किसी तरह का जश्न मनाने के लिएय है. उन्होंने लोगों से इस पाक रात में इबादत करने और फिजूलखर्ची से बचने की अपील की है. शोर-शराबे और खासतौर पर नौजवानों से आतिशबाजी और बाइक स्टंट से परहेज करने की सलाह दी है. वहीँ, दारुल उलूम के तर्जुमान मौलाना सुफियान निजामी ने कहा, "शब-ए-बरात की रात मोटरसाइकिल पर हुड़दंग न करें. जो लोग इबादत कर रहे हैं उनको इबादत करने का मौका दें, उसमें किसी तरह की दुश्वारियां पैदा न करें. रास्तें में सड़कों पर दूसरे राहगीरों का ख्याल करें. रात में भी ट्रैफिक नियमों का पालन करें. बिना हेलमेट के बाइक न चलाएं और न ही बाइक पर ट्रिपल लोडिंग करें.