Gaza News: इजरायल ने पिछले दो सालों से गाजा की नाकेबंदी कर रखा है, जिस वजह से गाजा में मानवीय सहायता नहीं पहुंच पा रही है. अब गाजा में भुखमरी फैलने लगी है. भुखमरी से उत्पन्न बीमारी और लोगों के मृत शरीर की तस्वीरें सामने आ रही है. इसी कड़ी में गाजा की स्थिति और फैल रही भुखमरी का निरीक्षण करने के लिए अमेरिका के विशेष दूत आज गाजा का दौरा करेंगे.
अमेरिका के प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि अमेरिका के विशेष दूत विटकॉफ गाजा का निरीक्षण करने के लिए शुक्रवार (1 अगस्त) को गाजा के दौरे पर जाएंगे. इससे पहले विटकॉफ जनवरी में गाजा का दौरा किया था. विटकॉफ गाजा में मानवीय सहायता वितरण स्थलों का निरीक्षण करेंगे. इसके साथ ही गाजा के आम लोगों से मिलकर वहां की स्थिति की जानकारी लेंगे.
वहीं, इजरयली प्रधानमंत्री ने दावा किया था कि मीडिया गाजा में भुखमरी की खबरों को बढा-चढ़ाकर दिखा रही है. हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने PM नेतन्याहू के इस दावे को खारिज कर दिया और कहा कि इस क्षेत्र में वास्तव में भुखमरी फैल रही है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने गाजा में भुखमरी के मुद्दे पर कहा है कि "गाजा में मानवीय संकट को समाप्त करने का सबसे तेज़ तरीका है कि हमास पूरी तरह सरेंडर करे और इजरायली बंधकों को रिहा करे." बता दें कि विटकॉफ़, इज़रायल और हमास के बीच चल रहे सीजफायर वार्ता में अमेरिका की ओर से शीर्ष प्रतिनिधि रह चुके हैं.
गाजा में भुखमरी के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र (UN) समर्थित विशेषज्ञों ने बताया है कि अब गाज़ा में भुखमरी फैल रही है और बीमार और दुर्बल बच्चों की तस्वीरें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आक्रोश पैदा कर रही हैं.
गाजा में इजरायली क्रूरता की वजह से इजरायल के खिलाफ बढ़ते अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आक्रोश का ही नतीजा है कि आज फ्रांस, माल्टा, कनाडा, ब्रिटेन समेत कई यूरोपीय देशों ने फिलिस्तीन को मान्यता देने का ऐलान कर दिया है.