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UP News: बिना ज़नाजे की नमाज़ के दफ्न कर दी गई मुस्लिम लड़की की लाश; आखिर क्या कसूर था उसका ?

Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में एक मुस्लिम लड़की गैर मुस्लिम से शादी कर लेती है, और अपना धर्म बदल लेती है. उसकी मौत के बाद लड़की के परिवार वाले मुस्लिम रीति-रिवाज से दफनाना चाहते हैं, लेकिन गांव वाले, मस्जिद के इमाम सभी ऐसा नहीं करने दिया. अंत में मरकजी दारुल इफ्ता बरेली ने इस मामले पर शरीयत के हुक्म के बारे में लोगों को बताया. पूरी जानकारी के लिए नीचे स्क्रॉल करें.  

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UP News: बिना ज़नाजे की नमाज़ के दफ्न कर दी गई मुस्लिम लड़की की लाश; आखिर क्या कसूर था उसका ?
Zee Salaam Web Desk|Updated: Jun 03, 2025, 01:15 AM IST
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Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में एक ऐसी घटना साने आई है, जो शायद दुनिया में पहली बार हुई हो. इस घटना को सुनकर आप भी चौक जाएंगे. यहां एक युवती की मौत हो गई, जिसके बाद बिना जनाजा की नामज पढ़े उसके शरीर को दफना दिया गया. यहां तक कि लोगों ने उस मृत लड़की को अपने कब्रिस्तान में दफन करने से मना कर दिए, मस्जिद के इमाम ने जनाजे की नमाज पढ़ाने से इनकार कर दिया, और कब्रिस्तान तक मुर्दे को ले जाने वाली सामुदायिक खाट को देने से भी इंकार कर दिया गया. 

यह मामला उत्तर प्रदेश के बरेली का है, जहां एक मुस्लिम लड़की ने गैर मुस्लिम लड़के के साथ शादी की थी, और अपना धर्म भी बदल लिया था. कुछ वक्त बाद उसकी मौत हो गई. मौत की खबर मिलने पर लड़की के परिवार वालों ने लड़की की लाश को मायके ले आया.  गांव वालों को इस घटना की जानकारी मिली तो लाश को अपने कब्रिस्तान में दफनाने और  इमाम ने जनाजे की नमाज़ पढ़ाने से मना कर दिया. इस मामले की निबटारे के लिए और ऐसा मामला पेश आने में शरियत का क्या हुक्म है ? 

इस बात को जानने के लिए, मामले को मरकजी दारुल इफ्ता बरेली भेजा गया. लेकिन वहां से भी कोई राहत नहीं मिली और यह हुक्म दिया गया कि इस युवती का कोई नमाजे जनाजा नहीं पढ़ाएगा, क्योंकि यह लड़की इस्लाम को त्याग कर मुर्तद हो चुकी थी. इस लिए शरियत गैर मुस्लिमों की नमाजे जनाजा पढ़ने या पढ़ाने की इजाज़त नहीं देता है. लिहाजा लोगों ने ऐसा ही किया और उस लड़की की मैयत को बिना नमाज़े ज़नाज़ा के ऐसे ही दफन कर दिया गया. 

लोगों ने क्या कहा
वहां के आम लोगों ने द लीडर हिंदी नाम के चैनल से बात करते हुए कहा कि हमने अपनी ज़िन्दगी में ऐसी घटना कभी नहीं देखि थी. उन्होंने कहा कि जो कुछ भी हुआ है, सही हुआ है. ऐसा करना जरूरी था. ऐसे फैसले से लोगों को नसीहत मिलेगी. 

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