Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में दुकानों पर नेम प्लेट से जुड़ी राजनीति एक बार फिर से शुरू हो गई है. UP में मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ की अगुवाई में बीजेपी की सरकार है. योगी सरकार में मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने दुकानदारों को अपने दुकान पर नाम लिखने की सलाह दी है और नॉन वेजिटेरियन दुकानदारों को चेतावनी दी गई है कि वह अपने दुकान पर किसी भी देवी देवता की फोटो न लगाये वरना कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल, देश में कांवड़ यात्रा की शुरुआत 11जुलाई से होने वाली. इस बीच दुकानों पर नाम लिखने और दुकानदारों की पहचान जाहिर करवाने वाली राजनीति एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है. मुजफ्फरनगर से विधायक और मंत्री कपिल देव अग्रवाल के एक बयान से सनसनी फैल गई है. उन्होंने उन दुकानदारों के खिलाफ गंभीर कार्रवई की चेतावनी दी है, जो अपने नाम से नहीं बल्कि किसी और नाम से नॉन वेज बेचते हैं.
पिछले साल भी कांवड़ यात्रा के समय दुकानदारों को जबरन अपने ठेले या दुकानों पर नाम डिसप्ले करने का ऑर्डर दिया गया था, इस फरमान के भाद विपक्ष के दलों ने विरोध करना शुरू कर दिया था. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने इस ऑर्डर को गलत बताता हुए नेप प्लेट वाले ऑर्डर पर रोक लगा दिया. बतादें कि कोर्ट ने इस मामले पर सुनवाई करते हुए कहा था कि दुकानदारों को अपने दुकान पर नाम लिखने या पहचान लिखने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है. कोर्ट ने यह भी कहा कि दुकानदार यह बता सकते हैं कि उनके यहां क्या बेचा जा रहा है.
प्रशासन ने लागू किया था, ये ऑर्डर
गौरतलब है कि पिछले साल भी मुजफनरगर प्रशासन ने इस तरह से दुकानदारों को अपने दुकानों पर नेप प्लेट, क्यूआर कोड लगाने का निर्देश दिया, फिर पूरे सूबे में इस ऑर्डर को लागू कर दिया गया था. इस फैसले के बाद राजनीतिक गलियारों की तापमान पढ़ गई थी. लोगों ने योगी सरकरा पर गंभीर आरोप लगाने शुरू कर दिए थे, लोगों का कहना था कि सरकार जानबूझकर ऐसे फेसले जनता पर थोप रही है, जिससे मुसलमानों को नुकसान हो. क्योंकि हिंदूवादी संगठन कई सालों से मुस्लिम समुदाय का आर्थिक बहिष्कार करने की मांग कर रही है. ऐसे में पहचान की वजह से मुसलमानों के साथ भेदभाव और आर्थिक बहिष्कार का डर था.