Bahraich violence: उत्तर प्रदेश के जिला बहराइच में दंगे के कुछ दिनों बाद योगी आदित्यनाथ की कयादत वाली राज्य सरकार ने पुलिस अफसरों के खिलाफ एक्शन लेना शुरू कर दिया है. हरदी पुलिस स्टेशन और महसी इलाके के इंचार्ज को हटा दिया गया है. महसी के सर्किल ऑफीसर रूपेंद्र गौर को हटा दिया गया है. रामपुर के सर्किल ऑफीसर को बहराइच के महसी का सर्किल अफीसर बनाया गया है.
पीड़ित की परिवार से मिले सीएम योगी
इससे पहले मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि पीड़ित के परिवार को इंसाफ देना सरकार की प्राथमिकता है और मुल्जिमों को बख्शा नहीं जाएगा. ये बाते सीएम योगी आदित्यनाथ ने तब कहीं जब उन्होंने पीड़ित परिवार से लखनऊ में मुलाकात की. पीड़ित के परिवार को 10 लाख रुपये दिए गए हैं. पीएम आवास योजना के तहत एक घर दिया गया है और एक अंत्योदय कार्ड दिया गया है.
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जांच के आदेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बहराइच मामले पर हाइ लेवल की जांच करने के आदेश दिए हैं. उन्होंने वावाद कि जो लोग मामले में शामिल थे उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा.
एक शख्स की मौत
आपको बता दें कि बहराइच के महसी इलाके में दुर्गा विसर्जन के दौरान दो समुदायों में हिंसा हुई, इसके बाद इसमें एक हिंदू शख्स की गोली लगने से मौत हो गई है. खबरों के मुताबिक हिंदू शख्स एक मुस्लिम घर में घुसा और उसने घर की छत पर लगा झंडा उतार दिया और भगवा झंडा लगा दिया. इसके बाद उसकी गोली लगने से मौत हुई.
क्या है मामला?
बहराइच के सुप्रीटेंडेंट ऑफ पुलिस वृंदा शुक्ला के मुताबिक "महसी के महाराजगंज इलाके में एक जुलूस मुस्लिम इलाके में मस्जिद के पास से गुजर रहा था. इस दौरान लोगों में किसी बात को लेकर बहस हुई. इसके बाद हिंदू बिरादरी के एक शख्स की गोली लगने से मौत हो गई. इसके बाद इलाके में माहौल तनावपूर्ण हो गया."