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सावन में नफरत के खिलाफ मुसलमानों ने खोला मोर्चा, कांवड़ियों का इस तरह किया स्वागत

Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में मुस्लिम समाज के लोगों ने कांवड़ियों का फूलों से स्वागत किया है. साथ ही मुस्लिम समाज के लोगों ने कहा है कि कांवड़ियों पर फूलों की वर्षा करके नफरती लोगों को मुहतोड़ जवाबद दिया है, और आगे भी देते रहेंगे. पूरी खबर जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.   

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सावन में नफरत के खिलाफ मुसलमानों ने खोला मोर्चा, कांवड़ियों का इस तरह किया स्वागत
Zeeshan Alam|Updated: Jul 19, 2025, 10:10 AM IST
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Uttar Pradesh News: सावन के महीने में कुछ कथित धर्मगुरुओं के जरिए मुस्लिम समाज के खिलाफ नफरत फैलाने की साजिश की जा रही है. मुस्लिम समुदाय को थूक जिहाद, मूत्र जिहाद के नाम पर बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. वहीं, दूसरी ओर दो समुदायों में मोहब्बत और भाईचारे को बढ़ावा देने वाली तस्वीरें सामने आई हैं. उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में मुस्लिम समाज के लोगों ने कांवडियों पर फूलों की वर्षा करके उनका स्वागत किया है. मुस्लिम समाज के लोगों ने कहा कि उन्होंने कांवड़ियों का फूलों से स्वागत करके, मुस्लिम समाज के खिलाफ घृणा फैलाने वाले कथित धर्मगुरुओं को मुहतोड़ जवाब दिया है. 

उत्तराखंड के हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर अपने गंतव्य स्थान की ओर बढ़ रहे शिव भक्त कांवरियों पर UP के मुजफ्फरनगर में मुस्लिम समाज ने फूलों की वर्षा की. राष्ट्रवादी मुस्लिम पसमांदा समाज के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहम्मद रिजवान अंसारी ने कहा कि 'आज संगठन के लोगों ने मुजफ्फरनगर में अहिल्याबाई चौक पर शिव भक्त कावड़ियों का स्वागत किया है.'  उन्होंने कहा कि आज मुजफ्फरनगर में कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा करके नफरती ताकतों को मुंहतोड़ जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मुस्लिम मंच आगे भी ऐसे लोगों को मुंह तोड़ जवाब देते रहेगा.

मुस्लिम समाज से मौलाना ने की थी ये अपील 
एससे पहले मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने मुस्लिम समाज से कांवड़ियों का फूलों से स्वागत करने की अपील की थी. उन्होंने एक बयान जारी करके मुस्लिम समाज से कहा कि कांवड़ियों के लिए लंगर और पानी इंतज़ाम करें. 

गौरतलब है कि पिछले साल उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में ही प्रशासन ने सावन के महीने में दुकानदारों को नाम और पहचान जाहिर करने का आदेश दिया था. इस आदेश के बाद जमकर राजनीति हुई थी. विपक्ष ने विरोध करते हुए कहा था कि सरकार नाम पूछकर मुसलमानों को टार्गेट करना चाहती है. साथ ही बीजेपी नेताओं के जरिए आए दिन ऐसी मांग की जाती है. खास कर सावन के महीने में. 

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