Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में कथित रोहिग्या मुसलमानों के खिलाफ लगातार कार्रावाई हो रही है. इसी कड़ी में कानपुर में अवैध रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ अभियान को तेज कर दिया गया है. प्रशासन संदिग्ध बस्तियों की निगरानी कर रही है. वहीं, चौक-चौराहे पर संदिग्धा लोगों से पूछताछ की जा रही है, साथ ही उन्हें हिंदी बोलने के लिए भी कहा जा रहा है. ताकि इस बात की तसदीक किया जा सके कि यह रोहिंग्या है या भारतीय नागिरक है.
दरअसल, गुजिश्ता रोज उत्तर प्रेदश के उन्नाव में चेकिंग के दौरान एक टेमपो ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया था, जो की एक अवैध रोहिंग्या था. इसके बाद पुलिस ने उन्नाव के गंगानगर में छापा मारकर 10 अवैध रोहिंग्या को गिरफ्तार कर लिया. इसी वजह से अब उत्तर प्रदेश प्रशासन अवैध रोहिंग्या के खिलाफ अभियान चला रही है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कानपुर में अवैध रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों की निगरानी, पूछताछ, गिरफ्तारी और दस्तावेज़ों की जांच लगातार की जा रही है. पुलिस और इंटेलिजेंस ब्यूरो लगातार संदिग्ध बस्तियों की निगरानी कर रही हैं, डाटा बेस तैयार किया जा रहा है. इसके साथ ही ऑटो, रिक्शा और रेहड़ी - ठेला वालों की भी जांच की जा रही है.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के उन्नाव के गंगाघाट के इंदरानगर और शक्तिनगर में छापेमारी के बाद 10 अवैध रोहिंग्या को गिरफ्तार किया गया था, दावा है कि ये लोग पिछले 8 सालों से यहां गैरकानूनी तरीके से रह रहे थे. यह कार्रवाई क्षेत्राधिकारी सदर सोनम सिंह के अगुवाई में की गई है.
बीजेपी सरकार हमेशा से अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कहती रही है. साथ ही बीजेपी शासित दिल्ली गुजरात समेत कई राज्यों में अवैध रोहिंग्या के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है. गुजरात में हाल ही में अवैध बंग्लादेशी घुसपैठियों के झुग्गी-झोपड़ी को वहां के नगरनिगम ने बुलडोजर कार्रवाई करते नष्ट कर दिया. साथ ही दिल्ली के इलाकों में अवैध बंग्लादेशी के खिलाफ जांच अभियान चला कर उनके दस्तावेजों की जांच की जा रही है, और पकड़े जाने पर आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है.