Uttar Pradesh News: मुहर्म का महीना शुरू हो गया है. मुस्लिम समुदाय में इस महीने की अहमियत ज्यादा है, क्योंकि इस महीने में कर्बला की जंग हुई थी, जिसमें पैगम्बर मोहम्मद (स.) के घर वालों को शहीद कर दिया गया था. इसी गम में दुनिया भर के मुसलमान मुहर्म मनाते है. खासकर भारत में मुहर्म के मौके पर ताजिया और जुलूस निकाले जाते हैं. मुहर्म को देखते हुए उत्तर प्रदेश प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है. उत्तर प्रदेश के संभल जिला प्रशासन ने मुहर्म में ताजिया और जुलूस को लेकर दिशा निर्देश जारी किया है. साथ ही मुस्लिम संगठन के लोगों ने भी मुस्लिम समाज से खास अपील की है.
उत्तर प्रदेश का जिला संभल में मौजूद शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुए हिंसा के बाद इस जिला को संवेदनशील माना जाता है. इसीलिए संभल प्रशासन मुहर्म पर खास सतर्क दिख रही है. संभल जिला SP कृष्ण कुमार विश्नोई मुहर्म को लेकर खास दिशा निर्देश जारी किया है. जारी निर्देश के मुताबिक मुहर्म में बनने वाले ताजिया की हाईट जमीन से 12 फीट ही रखने की इजाज़त दी गई है. ऐसा इस लिए किया गया है कि शहर में चारों तरफ बिजली के खंभे और तार है, जिसमें हाई वोल्टेज करंट दौरता है. प्रशासन के इस कदम को एहतियात के तौर पर देखा जा रहा है, ताकि कोई अनहोनी न हो सके.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मुहर्म में निकलने वाले जुलूस की कैमरे से निगरानी की जाएगी. साथ ही जुलूस में सिर्फ 2 लाउडस्पीकर बजाने की इजाज़त दी गई है और तेज आवाज में लाउडस्पीकर बजाने पर पाबंदी है. जुलूस के लिए पहले से रूट निर्धारित किए जाएंगे, उसी रूट से जुलूस ले जाने की अनुमति दी जाएगी. जुलूस के दोनों तरफ पुलिस बल की तैनाती की जाएगी. प्रशासन ने ताजियेदारों , मस्जिद के मुतवल्लियों के साथ पीस कमेटी की बैठक कर गाइड लाइन की जानकारी दी गई ।
मोहर्रम त्योहार की तैयारियों के संबंध में आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने बयान जारी किया है. उन्होंने मुस्लिम समाज से अपील की है कि मोहर्रम के दिनोंमें तजीये और अलम छोटे बनाए, ताकि आसानी के साथ रास्तों से गुज़र सकें और रास्ते में बिजली के तार, खम्भे और पेड़ों को हटाने की जरूरत न आएं. पुराने परम्परागत रास्तों से ही तजीये लेकर जाएं. इससे सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि विवाद से बचेंगे और शांति पूर्वक त्योहार सम्पन्न होगा। मौलाना ने ये भी अपील की कि कानून व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस व प्रशासन का सहियोग करें.