Uttarakhand News Today: उत्तराखंड की धामी सरकार लगातार मदरसों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. इस बीच उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के चेयरमैन मुफ्ती शमऊन कासमी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की नीतियों की तारीफ की है. साथ ही मदरसा संचालकों पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे लोग शिक्षा से जुड़ी सरकार के नीतियों पर गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहे हैं. उन्होंने कहा है कि मदरसों के खिलाफ कार्रवाई से पहले नोटिस जारी किया जाता है.
दरअसल, उत्तराखंड के काशीपुर स्थित ताज कॉलोनी में रविवार (15 जून) एमडीएस पब्लिक स्कूल के प्रांगण में उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के चेयरमैन मुफ्ती शमऊन कासमी ने एक जलसे को संबोधित किया. इस दौरान उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के चेयरमैन ने मीडिया से बातचीत करते होते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि जिन मदरसों को उत्तराखंड में सील किया गया था, उन पर अब कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है.
उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के चेयरमैन मुफ्ती शमऊन कासमी ने मदरसा बोर्ड के सभी संचालकों को सुझाव देते हुए कहा कि सूबे के सीएम पुष्कर सिंह धामी और केंद्र सरकार का स्पष्ट निर्देश है कि सभी शैक्षणिक संस्थानों में 'दीन और दुनिया' दोनों की तालीम दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि सभी मदरसा संचालकों से निवेदन है कि जहां-जहां मदरसे संचालित हो रहे हैं, वहां दीन के साथ-साथ दुनियावी तालीम भी सुनिश्चित करें.
मुफ्ती शमऊन ने मदरसों के खिलाफ कार्रवाई का जिक्र करते हुए कहा कि जहां-जहां मदरसे बंद किए गए या सील किए गए हैं, वहां पहले से नोटिस जारी किया गया था और लगातार सूचित भी किया जा रहा था कि वे अपने मदरसों का नवीनीकरण करा लें और दोनों तरह की तालीम देना शुरू करें.
उन्होंने कहा कि मदरसा संचालकों ने इस बात को नजरअंदाज किया और सरकार के नीतियों पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया. उन्होंने कहा कि पुष्कर सिंह धामी की सरकार में विकास और समुदाय के बीच संतुलन बनाने की कोशिशें लगातार जारी हैं.