Aam Chunav 2024: लोकसभा इलेक्शन के पहले फेज के लिए वोटिंग जारी है. इस फेज में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर 16 करोंड वोटर्स मतदान करेंगे. इस फेज में अपना भाग्य अजमाने के लिए 1600 से ज्यादा कैंडिडेट्स चुनावी मैदान में हैं. इसमें से 134 औरत और 1491 पुरुष कैंडिडेट हैं.
एक मीडिया रिपोर्ट की माने, तो 21 राज्यों में दोपहर 1 बजे तक लगभग 37 फीसद मतदान हो चुका है. जबकि, सबसे ज्यादा वोटिंग इस वक्त तक बंगाल में 50.96 फीसद हुई है. लक्षद्वीप में वोटिंग की रफ्तार सबसे धीमी है और यहां 1 बजे तक 29.91 फीसद मतदान दर्ज की गई है. लोकसभा इलेक्शन के पहले फेज के मतदान के समाप्त होने के बाद मुल्क के 9 केंद्रीय मंत्रियों और दो पूर्व सीएम और एक पूर्व गवर्नर की किस्मत ईवीएम में कैद हो जाएगी.
अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में भी हो रही हैं वोटिंग
इसके साथ ही लोकसभा इलेक्शन के पहले फेज की वोटिंग के साथ ही अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की सभी 92 सीटों पर भी वोटिंग हो रही है. इस फेज के लिए वोट करने वाले 16 करोड़ से ज्यादा मतदाताओं में से 8.4 करोड़ पुरुष और 8.23 करोड़ महिला मतदाता हैं. वहीं, इस फेज में पहली बार वोट करने वाले मतदाताओं की संख्या 35.67 लाख के करीब है.
लोकसभा इलेक्शन के पहले फेज में 20 से 29 साल के बीच की उम्र वाले वोटर्स की संख्या पर नजर डालें तो यह आंकड़ा 3.51 करोड़ है. इस फेज में 102 सीटों पर मतदान के लिए 1.87 लाख पोलिंग बूथ बनाए गए हैं. पहले फेज की वोटिंग के बाद 10 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ऐसे होंगे, जिनकी सभी सीटों पर मतदान आज समाप्त हो जाएगा. इसमें तमिलनाडु की सभी 39 सीटें शामिल हैं.
40 सीटों पर बीजेपी की हुई थी जीत
अब एक बार इन सीटों पर 2019 में हुए लोकसभा इलेक्शन के नतीजों पर गौर करें तो पता चलेगा कि इनमें से बीजेपी ने 40, कांग्रेस ने 15 और द्रमुक ने 24 सीटों पर जीत दर्ज की थी. पहले फेज में जिन सीटों पर मतदान हो रहा है, उनमें से 9 ऐसी सीटें हैं, जिन्हें कांग्रेस और बीजेपी का किला माना जाता है. इन सीटों पर लगातार तीन लोकसभा इलेक्शन में कांग्रेस या बीजेपी ने जीत दर्ज की है.
तमिलनाडु में सभी सीटों पर हो रही है वोटिंग
तमिलनाडु की सभी 39 सीटों पर आज वोटिंग हो रही है. बीजेपी 2019 में इनमें से एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई थी. ऐसे में उसके लिए यहां की सीटों को अपने हिस्से में करना बड़ी चुनौती है. 2019 के लोकसभा इलेक्शन में इन 102 सीटों में से 40 फीसदी के करीब सीटें बीजेपी ने जबकि 15 फीसदी के करीब सीटें कांग्रेस ने अपने पाले में किया था. हालांकि, गठबंधन के लिहाज से इन लोकसभा चुनाव के नतीजों पर तब गौर करें तो एनडीए और इंडिया गठबंधन का शेयर उस इलेक्शन में कमोबेश बराबर ही था. ऐसे में इन सीटों पर दोनों गठबंधन के सामने या तो अपने 2019 के प्रदर्शन को न सिर्फ बरकरार रखने, बल्कि सीटों की संख्या में इजाफा करने की भी चुनौती है.
बसपा लड़ रही हैं सबसे ज्यादा सीटों पर
इन 102 सीटों पर हो रही वोटिंग में 2019 की तुलना में इस बार बीजेपी ज्यादातर सीटों पर इलेक्शन लड़ रही है. बीजेपी ने इन 102 में से 77 सीटों पर अपने कैंडिडेट्स उतारे हैं. जबकि, 102 में से सबसे ज्यादा सीटों पर बसपा इलेक्शन लड़ रही है. उसने 86 सीटों पर अपने कैंडिडेट्स उतारे हैं. कांग्रेस ने 56, डीएमके ने 22, एआईएडीएमके ने 36, राजद ने 4, सपा ने 7, टीएमसी ने 5 सीटों पर अपने कैंडिडेट्स खड़े किए हैं.
इन सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस ने उतारे थे इनते कैंडिडेट्स
2019 के लोकसभा चुनाव में इन 102 सीटों में से बीजेपी ने 60 पर और कांग्रेस ने 65 सीटों पर अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे थे. ऐसे में इस बार 2024 के लोकसभा इलेक्शन में बीजेपी ने जहां 102 में से ज्यादा सीटों पर 2019 की तुलना में कैंडिडेट उतारे हैं, वहीं कांग्रेस ने पिछले इलेक्शन के मुकाबले कम सीटों पर अपने कैंडिडेट उतारे हैं. इन 102 सीटों में 53 ऐसी सीटें हैं, जिन पर 2019 में जीत-हार का अंतर 20 फीसद से भी कम वोटों का था. जबकि, 8 ऐसी सीटें थी, जिनमें उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर और सहारनपुर सीट, अंडमान-निकोबार, लक्षद्वीप, नागालैंड, मिजोरम और तमिलनाडु शामिल हैं, जहां जीत-हार का अंतर 2 फीसदी से भी कम था.