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वक्फ एक्ट के खिलाफ बेकाबू हुए बंगाल के मुसलमान, जमकर काटा बवाल; मस्जिद में छुपे पुलिसवाले

Waqf Act Protest: 11 अप्रैल को जुमे की नमाज़ के बाद पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और दूसरे जिलों में वक्फ एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन हुए. कुछ जगहों पर प्रदर्शन हिंसक हो गए, जिसमें वाहनों को आग के हवाले किया गया, सड़क और रेल यातायात बाधित हुआ और पुलिस पर पथराव भी हुआ.

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वक्फ एक्ट के खिलाफ बेकाबू हुए बंगाल के मुसलमान, जमकर काटा बवाल; मस्जिद में छुपे पुलिसवाले
Tauseef Alam|Updated: Apr 12, 2025, 06:15 AM IST
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Waqf Act Protest: पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में जुमे की नमाज के दिन यानी 11 अप्रैल वक्फ एक्ट के खिलाफ प्रोटेस्ट हुए, लेकिन ये प्रदर्शन हिंसक हो गए और प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. साथ ही प्रोटेस्ट कर रहे लोग सड़क जाम कर दिया और रेल यातायात भी बाधित किया. भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिससे भीड़ और ज्यादा हिंसक हो गई और पुलिसकर्मियों पर पथराव करने लगी, जिससे कुछ पुलिसकर्मी जख्मी हो गए. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि मुर्शिदाबाद जिले के सुती में प्रदर्शन हिंसक हो गया, जब निषेधाज्ञा के बावजूद प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए और सड़कों को जाम कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाकर्मियों पर पथराव किया, जुलूस के दौरान पुलिस वैन और सार्वजनिक बसों को आग लगा दी. 

जुमे की नमाज के बाद प्रोटेस्ट
एक सीनियर पुलिस अधिकारी के मुताबिक, समस्या तब शुरू हुई जब जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग इकट्ठा हुए और वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया. उन्होंने शमशेरगंज में डाकबंगला मोड़ से सुतिर सजुर मोड़ तक राष्ट्रीय राजमार्ग-12 के एक हिस्से को जाम कर दिया. उन्होंने कहा, ‘‘प्रदर्शन तब हिंसक हो गया, जब प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस वैन पर पथराव किया. इसके परिणामस्वरूप पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई, जिसमें लगभग 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए.’’ 

जान बचाने के लिए मस्जिद में भागे पुलिसवाले
अधिकारी ने बताया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर बम जैसे पदार्थ फेंके जिसके बाद पुलिस ने ‘‘अनियंत्रित भीड़’’ को नियंत्रण में लाने के लिए लाठीचार्ज किया और बाद में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. एक दूसरे अधिकारी ने बताया कि हिंसा के बीच कुछ पुलिसकर्मियों को पास की एक मस्जिद में शरण लेनी पड़ी. 

शांति बहाली की अपील
वहीं, जिला प्रशासन ने सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से हस्तक्षेप करने की गुजारिश की है. अधिकारियों के मुताबिक, मालदा में प्रदर्शनकारियों ने रेल पटरियों पर धरना दिया जिससे ट्रेन की आवाजाही प्रभावित हुई. उन्होंने बताया कि पूर्वी रेलवे के फरक्का-आज़िमगंज खंड पर भी ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं. इस बीच, राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने राज्य सरकार को संवेदनशील क्षेत्रों में गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल और प्रभावी कार्रवाई करने को कहा है.

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