England Murder News: अमेरिका और यूरोपीय देश अपने सभ्य होने और दुनिया भर में अमन और शांति झंडाबरदार होने का ढिंढोरा पीटते रहते हैं. हालांकि, इन्हीं मुल्कों में दूसरे देश को लोगों को नस्लीय आधार पर निशाना बनाया जाता है. मिडिल ईस्ट और एशिया को 'तीसरी दुनिया' का खिताब देने वाले इन देशों की वजह से कई जगहों पर हिंसा फैली हुई है, जबकि लाखों बेगुनाह मारे गए हैं.
सभ्य और शांति पसंद मुल्क का ढिंढोरा पीटने वाले देशों में से एक इंग्लैंड भी है. इल्म हासिल करने और बेहतर भविष्य की तलाश में इंग्लैंड पहुंचे एक मुस्लिम नौजवान का बेरहमी से कत्ल कर दिया गया. मृतक इंग्लैंड के मशहूर शहर कैंब्रिज में रहकर पढ़ाई करता था, मृतक छात्र की पहचान सऊदी अरब निवासी मोहम्मद अल-कासिम (21) के रुप में हुई है.
सऊदी छात्र की बेरहमी से कत्ल की घटना ने न सिर्फ स्थानीय स्तर पर लोगों को झकझोर दिया बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पीड़ित के प्रति हमदर्दी और नाराजगी पैदा कर दी है. इससे पहले भारत के भी कई नौजवानों को यूरोपी देशों में नस्लीय हिंसा का शिकार होना पड़ा. हालिया दिनों उत्तर प्रदेश के एक डेटा साइंटिस्ट को आयरलैंड में महज इसलिए हिंसा का शिकार होना पड़ा क्योंकि वह भारतीय था.
कुछ इसी तरह का हादसा मोहम्मद अल-कासिम के साथ भी हुआ. 21 वर्षीय मोहम्मद पढ़ने-लिखने में काफी होशियार थे. वह इंग्लैंड के कैंब्रिज शहर में 10 हफ्तों के लिए इंग्लिश लैंग्वेज कोर्स करने के लिए आए थे. बीते शुक्रवार देर रात बेजवह कुछ लोगों ने बेरहमी से कत्ल कर दिया. यह घटना मिल पार्क इलाके में हुई, जो कैम्ब्रिज रेलवे स्टेशन और मृतक मोहम्मद के निवास स्थान के पास ही मौजूद है.
स्थानीय पुलिस के मुताबिक, मोहम्मद पर रात करीब 11:27 बजे हमला हुआ, वह पुलिस को देर रात काफी गंभीर हालत में मिले थे. इस हादसे के बाद उन्होंने फौरन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी जान बचाने की हर संभव कोशिश की. हालांकि, मोहम्मद की 12.01 मिनट पर मौत गई. कैंब्रिज पुलिस ने कत्ल के इस मामले में 21 साल के चास कोरिगन नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है, जिस पर कत्ल और सार्वजनिक स्थान पर चाकू रखने का मामला दर्ज किया गया है.
मोहम्मद के परिवार ने अपने बेटे को याद करते हुए कहा, "वो एक ऐसा बेटा था जो हर मां के दिल की राहत होता है, बहनों की बाहों का सहारा था. वह सिर्फ उम्र से नहीं बल्कि आत्मा से हमारे परिवार का नेता था." उन्होंने आगे कहा, "वो अपने पिता का सहारा था. अपने मामा और चाचा का मददगार और हर महफिल की रौनक था."
ईएफ इंटरनेशनल लैंग्वेज कैंपस ने भी मोहम्मद की मौत पर बयान जारी किया है. मृतक मोहम्मद ईएफ इंटरनेशनल लैंग्वेज कैंपस के छात्र थे. कॉलेज प्रशान की तरफ से कहा गया है कि "हम अपने एक छात्र की से दुखी और व्यथित हैं. घटना के बाद सभी छात्र, स्टाफ को काउंसलिंग और जरूरी मदद दी जा रही है."
हमलावर की कोर्ट में पेशी
मोहम्मद के कत्ल के आरोपी चास कोरिगन को सोमवार को पीटरबरो मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे हिरासत में भेज दिया गया. कल उसकी कैम्ब्रिज क्राउन कोर्ट में दोबारा पेशी हुई. मोहम्मद के कत्ल के आरोपी चास कोरिगन की मदद करने के आरोप में एक 50 साल के शख्स को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
बीबीसी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, मिल पार्क की सड़कें अब फूलों और श्रद्धांजलि संदेशों से भर गई हैं. एक संदेश में लिखा था, "तुम्हारी रूह को शांति मिले." यह घटना एक चेतावनी है कि आज भी दुनिया के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले शहरों में भी मुसलमानों और भारतीय मूल के लोगों को नफरत और हिंसा का सामना करना पड़ता है.
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