मुंबई : अवघ्या देशाचे लक्ष लागून राहिलेल्या गुजरात विधानसभा निवडणुकीचा अखेर निकाल लागला. निकाल भाजपच्या बाजूने लागला. पण, अपेक्षीत यश मिळवायला भाजपला मोठे अपयश आले. 150 जागांचे ध्येय असलेल्या भाजपला केवळ 99 जागांवर समाधान मानावे लागले. अशा स्थितीत कॉंग्रेसने मात्र जोरदार मुसांडी मारत 80 जागा जिंकल्या आणि गुजरातमधला प्रबळ विरोधी पक्ष ठरला. दरम्यान, आपल्या विजयाला अभूतपूर्व विजय म्हणत भाजपने जल्लोष सुरू केला असला तरी, कॉंग्रेसने मात्र ट्विटरच्या माध्यमातून भाजपला चांगलेतच चिमटे काढले आहेत.
भाजपच्या विजयातही पराभव
कॉंग्रेस प्रवक्ते रणदीप सिंह सुरजेवाला यांनी पराभवानंतर आपल्या ट्विटर अकाऊंटवरून भाजपला एकापाठोपाठ 10 ट्विट केली आहेत. सुरजेवाला यांच्या ट्विटचा आधार घेता गुजरातमध्ये कॉंग्रेस अधिक मजबूत झाली आहे. सुरजेवाला म्हणतात की, गुजरातची जनता कॉंग्रेसला स्विकारत आहे. तर, भाजपचा जनाधार मोठ्या प्रमाणात गटत आहे. आपले म्हणने अधिक जोरकसपणे मांडताना सुरेजवाला म्हणतात, भाजपच्या विजयातही पराभव आहे. कॉंग्रेसने आघाडी हारली पण युद्ध नाही हारले.
भाजपला केवळ 99 जागांवर आडवले
सुरजेवाला यांनी आपल्या पहिल्या ट्विटमध्ये म्हटले आहे, गुजरात आणि हिमाचल प्रदेशातील मतदारांचे आभार. लोकशाही मजबूत करण्यासाठी आपण मोठा हातभार लावला आहे. कॉंग्रेसने आघाडी हारली युद्ध नाही. राहुलने 6.5 कोटी गुजरातींचे मन जिंकले आहे. कॉंग्रेस आणि राहुलने मोदी आणि भाजपला केवळ 99 जागांवर आडवले.
सुरेजवाला यांची ट्विट्स
गुजरात और हिमाचल प्रदेश के मतदाताओं का आभार और प्रजातान्त्रिक मूल्यों को सुदृढ़ बनाने के लिए उनको साधुवाद।
— Randeep S Surjewala (@rssurjewala) December 18, 2017
कांग्रेस ने मोर्चा हारा है,जंग नहीं !
राहुल जी ने 6.5 गुजरातीयों के मन और विश्वास को जीता है । 1/
कांग्रेस और राहुल जी ने मोदी दी और भाजपा को आख़िरकार 99 के चक्कर में उलझा ही दिया!
— Randeep S Surjewala (@rssurjewala) December 18, 2017
गुजरात में हालाँकि भाजपा जीती है और हमें जनता का जनादेश शिरोधार्य है, पर 1995 के बाद 2017 के बाद में भाजपा की विधायकों की संख्या अब सबसे कम हुई है । 2/
धन-बल, बाहुबल और सत्ताबल के बावजूद गुजरात ने कांग्रेस को भारी जनमत दिया और उन अहंकारी लोगों को सबक सिखाया जो मतदान से पहले ही 150 सीटों का दम्भ भर रहे थे।3/
— Randeep S Surjewala (@rssurjewala) December 18, 2017
धन-बल, बाहुबल और सत्ताबल के बावजूद गुजरात ने कांग्रेस को भारी जनमत दिया और उन अहंकारी लोगों को सबक सिखाया जो मतदान से पहले ही 150 सीटों का दम्भ भर रहे थे।3/
— Randeep S Surjewala (@rssurjewala) December 18, 2017
जनभलाई से जुड़े 6 भाजपाई मंत्रियों हार का सामना करना पड़ा जिसमें बिजली मंत्री, कृषि मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, आदिवासी, समाज कल्याण मंत्री और पेयजल मंत्री शामिल है। 6/
— Randeep S Surjewala (@rssurjewala) December 18, 2017
ऊँझा विधानसभा, जिसमें अंतर्गत प्रधानमंत्री का गृह नगर वडनगर आता है, वहाँ के लोगों ने 1972 के बाद कांग्रेस को 19000 से अधिक वोट से जिताया है।
— Randeep S Surjewala (@rssurjewala) December 18, 2017
यह मोदी जी के लिये साफ़ संकेत है। 7/
भाजपा एक बात जान लें-
— Randeep S Surjewala (@rssurjewala) December 18, 2017
आँकड़े प्रति मिनट बदल रहें है, पर 10 सीटें ऐसी है जिसमें अंतर 1000 वोट से कम है। व कुल 26 सीटें ऐसी है जहाँ अंतर 3000 वोट से कम है। 4/
चुनाव आयोग की भुमिका संदेह के घेरें में आ गयी है।
— Randeep S Surjewala (@rssurjewala) December 18, 2017
यह देश के इतिहास में पहला अवसर है, जब मतगणना की तारीख़ें पहले घोषित की गयी और मतदान की तारीखें बाद में। ताकि हज़ारों करोड़ों की जुमला रूपी योजनाओं की बरसात का पूरा अवसर मिले,पूरा चुनाव कार्यक्रम भाजपा की सुविधा के अनुरूप हुआ। 8/
सारांश में -भाजपा की जीत में भी हार है !
— Randeep S Surjewala (@rssurjewala) December 18, 2017
हम यह कहेंगे -
छाती बड़ी तो क्या, अब दिल भी बड़ा कीजिये,
लड़खड़ाते विकास को अब खड़ा कीजिये। 9/
'कांग्रेस मुक्त भारत' का सपना देखने वाली भाजपा को हम यह कहेंगे -
— Randeep S Surjewala (@rssurjewala) December 18, 2017
मत देखिये "कांग्रेस मुक्त भारत" का सपना,
धर धर में हो ख़ुशी व विकास युक्त भारत हो अपना। 10/
ये आकाश की लालिमा नए सूर्य की दस्तक है,
— Randeep S Surjewala (@rssurjewala) December 18, 2017
सादगी ओढ़े सुबह जोड़ने के लिए नतमस्तक है,
बहुत हुआ चिराग़ों से रोशनी का संचार अब,
सूर्य चमकेगा नभ में,होगा रोशनी का संचार अब।
धन्यवाद गुजरात।
हिमाचल में कांग्रेस ने सिर झुका जनादेश स्वीकार किया है।
— Randeep S Surjewala (@rssurjewala) December 18, 2017
पर क्या यह साफ़ नहीं की भाजपा संसीदय बोर्ड में एक साज़िश के तहत उन्हें अपनों ने मारा और हारने के लिए सुजानपुर भेज दिया ताकि षड्यंत्र कर मनमर्ज़ी के व्यक्ति को थोपा जा सके।
कम से कम यह देव भूमि हिमाचल के लिए शुभ संकेत नहीं।
मोदी जी ने गुजरात में तो अपने मुख्य मंत्री,श्रीविजय रूपानी और पूरे नेतृत्व को ये कह कर सिरे से ख़ारिज कर डाला की, ‘कहाँ मोदी और कहाँ ये’।
— Randeep S Surjewala (@rssurjewala) December 18, 2017
ख़ुद की प्रशंसा और स्थानीय नेतृत्व ख़ारिज -
गुजरात में श्री विजय रूपानी को नकारा और हिमाचल में श्री प्रेम कुमार धूमल को।
कोपरेटिव फ़ेडरलिज़म?
आपल्या शेवटच्या ट्विटमध्ये सुरजेवाला यांनी म्हटले आहे की, कॉंग्रेसमुक्त भारताचे स्वप्न पाहणाऱ्या भाजपला आम्ही इतकेच सांगू इच्छितो की, 'मत देखिए 'कांग्रेस मुक्त भारत' का सपना, घर-घर में हो खुशी व विकास युक्त भारत हो अपना'.