Applying Oil In Belly Button: नाभि हमारे शरीर के बीचोंबीच मौजूद होता है, सेहत को बेहतर बनाने के लिहाज से भी ये हिस्सा बेहत अहम माना जाता है. मेंटल स्ट्रेस, चेहरे पर झुर्रियां, कब्ज, अपच, गैस और पेट दर्द जैसी कई परेशानियों का अगर आप सामना कर रहे हैं, तो 'नाभि चिकित्सा' बेहतरीन साबित हो सकती है. आयुर्वेद में नेवल थेरेपी के कई फायदे बताए गए हैं, जिन्हें जानना बेहद जरूरी है.
इस तरीके को क्या कहते हैं?
आयुर्वेद में नाभि में तेल लगाने के तरीके को 'पेचोटी' कहा जाता है. नाभि जो हमारे शरीर का केंद्र बिंदु होता है. यहां पर नियमित रूप से तेल लगाने से शरीर को काफी फायदेमंद होता है. अजीब सी बात है लेकिन यह सौ फीसदी सत्य है कि पेट के इस हिस्से में लगाया तेल चेहरे की रौनक ही नहीं बढ़ाता बल्कि बालों को भी चमकदार बनाता है।
किन तेलों का इस्तेमाल करें
सवाल उठता है कि आखिर इसके लिए किस तेल का इस्तेमाल करें? तो नाभि में आप सरसों का तेल, नारियल का तेल प्रयोग कर सकते हैं, इससे त्वचा में नमी बनी रहती है. इसके साथ ही गर्मियों में फटे होंठ और झुर्रियों को दूर करने में भी काफी उपयोगी है. नेवल थेरेपी से सबसे बड़ी राहत डाइजेस्टिव सिस्टम को मिलती है. अगर आप पाचन तंत्र की परेशानी से जूझ रहे हैं तो आप इस प्रोसीजन को फॉलो कर सकते हैं. इसके अलावा कब्ज, अपच, गैस और पेट दर्द जैसी परेशानियां कम होती हैं.
थकान से मिलेगी राहत
इस थेरेपी को नियमित रूप से अपनाने से दिनभर की थकान दूर होती है और एक अच्छी और भरपूर नींद मिलती है. इससे स्ट्रेस और एंग्जायटी कम होती है. इसके साथ ही जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द में राहत मिलती है. हार्मोनल बैलेंस में मदद मिलती है.
पीरियड्स में आराम
आयुर्वेद के मुताबिक, नाभि शरीर के हार्मोनल बैलेंस को अफेक्ट करती है. नियमित रूप से नाभि में तेल लगाने से हार्मोनल असंतुलन, खासकर महिलाओं में पीरियड्स से से जुड़ी परेशानियों में राहत मिल सकती है.
कैसे लगाएं नाभि में तेल
नाभि में तेल लगाने के लिए किसी एक हफ्ते को चुनें. जैसे कि आप जब रात को सोने के लिए जा रहे हों तो अपनी नाभि को अच्छे से साफ कर लें, इसके बाद तेल लगाएं. मुमकिन हो तो 3 से 4 मिनट तक मसाज करें, 3 से 4 सप्ताह तक नियमित यह प्रक्रिया करने से आपको काफी फायदा होगा.
इस बात का रखें खास ख्याल
ध्यान देने वाली बात यह है कि शुद्ध तेल का ही इस्तेमाल करें. अगर शरीर पर पहले से एलर्जी है तो इस थेरेपी को न अपनाएं. खासतौर पर प्रेग्नेंट महिलाएं और सीरियस से जूझ रहे लोग पहले डॉक्टर से सलाह लें.
(इनपुट-आईएएनएस)
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.