मोहरी बाजा के बिना बस्तर में नहीं होता है कोई भी शुभ काम, क्या आप जानते हैं वजह?

Manish kushawah
Aug 09, 2025

छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में परंपरागत मोहरी बाजा का विशेष महत्व माना जाता है.

बस्तर की हर खुशियों में बजता है एक खास बाजा...

बिना मोहरी बाजा के कोई शुभ काम पूरा नहीं माना जाता है.

यह बाजा नहीं, बस्तर की आत्मा है, जो प्राकृतिक संसाधनों से बनता है.

मोहरी बाजा में शामिल हैं शहनाई, नगाड़ा और तुड़बुढ़ी के सुर.

नगाड़ा और तुड़बुढ़ी देवस्थान की गूंज को जीवंत करते हैं.

माड़िया-मुरिया जनजाति की कलात्मकता से बनते हैं ये वाद्य यंत्र.

मोहरी की मधुर धुन से सजती है शादी-ब्याह की महफिल, कदम थिरक उठते हैं.

आखिरकार, मोहरी बाजा से ही बस्तर के हर शुभ काम की शुरुआत होती है.

(नोटः यहां दी गई जानकारी सिर्फ धार्मिक मान्यताओं पर आधारित, ZEE MPCG इन तथ्यों की पुष्टि नहीं करता है.)

VIEW ALL

Read Next Story