देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की जनगणना पिछली बार 2011 में की गई थी. इस दौरान प्रदेश के सभी जिलों की साक्षरता भी दर्ज की गई थी.
2021 में कोविड की वजह से अगली जनगणना नहीं हो सकी, इसलिए 2011 की जनगणना के अनुसार यूपी में कुल साक्षरता 67.72 प्रतिशत थी.
यूपी में पुरुषों की साक्षरता प्रदेश की कुल साक्षरता दर से ज्यादा है. 2011 की जनगणना के अनुसार यह 77.30 फीसद है.
पुरुषों की तुलना में राज्य में महिलाओं की साक्षरता दर कम है. 2011 में यह 57.20 फीसद दर्ज की गई थी.
यूपी में बीते दस साल यानी 2001 से 2011 तक औसत साक्षरता दर में कुल 11.36 फीसद की वृद्धि हुई है, जिसे अच्छा नहीं माना जा सकता है.
यूपी का प्रमुख औद्योगिक नगर और व्यापार का केंद्र नोएडा ही प्रदेश का सबसे साक्षर जिला है. यहां कुल साक्षरता दर 80.1 फीसद है.
2011 की जनगणना के अनुसार, गौतम बुद्ध नगर में पुरुषों की साक्षरता दर 89.20% और महिलाओं की साक्षरता दर 77.17% है.
गौतमबुद्धनगर के अलावा यूपी के कानपुर, औरैया, इटावा, गाजियाबाद और प्रयागराज की गिनती भी प्रदेश के प्रमुख साक्षर जिलों में होती है.
उत्तर प्रदेश के सबसे कम साक्षर जिलों में श्रावस्ती, बहराइच, बलरामपुर, बदायूं और रामपुर आते हैं.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता का दावा या पुष्टि ज़ी यूपी/यूके नहीं करता.