Premanand Ji Maharaj: जब एक भक्त ने पूछा कि केवल अपने भगवान को ही महत्व देना चाहिए. दूसरों को नहीं, इस पर प्रेमानंद जी महाराज बताते है कि भगवान केवल एक है लेकिन, उसके रूप करोड़ों में हैं. सभी के अपने अलग-अलग कार्य हैं, रूप हैं. महाराज जी ने कहा जो केवल अपने परमात्मा को मानता है और दूसरे के ईश्वर का तिरस्कार करता है, उससे बड़ा अज्ञानी इंसान कोई नहीं है. आप भी देखिए ये वीडियो...............................................................................................................
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