भारत में कई मंदिर अद्भुत शक्तियों को समेटे हुए हैं. वहीं कुछ मंदिर ऐसे रहस्यमयी हैं, जिनका चमत्कार विज्ञान भी नहीं सुलझा पाया है.
यूपी में एक ऐसा भी मंदिर है जो सदियों से मानसून की बारिश (Monsoon rain) की एकदम सटीक भविष्यवाणी करता आया है.
यही वजह है कि इसे मौसम मंदिर भी कहा जाता है. जो कानपुर के घाटमपुर में स्थित है. 4000 साल पुराना जगन्नाथ मंदिर मौसम की भविष्यवाणी होती है.
यहां पर मौसम वैज्ञानिक नहीं बल्कि मंदिर से जुड़े लोग भविष्यवाणी करते हैं कि इस साल कैसी और कितनी बारिश होगी?
श्रद्धालुओं के मुताबिक इस मंदिर के गुंबद से निकली पानी की बूंदे तय करती हैं कि कानपुर और आसपास मौसम और मानसून का मिजाज कैसा रहेगा.
मौसम की भविष्यवाणी करने वाले इस मंदिर को मुगलों से छिपा लिया गया था, ताकि उसे बचाया जा सके.
मानसून के 10 से 15 दिन पहले मंदिर के गुंबद से पानी की बूंदे ज्यादा होने का मतलब होता है की बारिश शानदार होगी.
अगर मंदिर का गुंबद सूखा रहता है तो इसका मतलब बारिश नहीं होगी. बूंदों की संख्या कम होने का मतलब है कि बारिश बहुत कम होगी.
भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) के संरक्षित स्मारकों में शामिल ये मंदिर देश भर के वैज्ञानिकों के लिए रहस्य का विषय बना हुआ है.
ASI के मुताबिक मंदिर के पत्थरों की कार्बन डेटिंग से बता चला है कि ये चार हजार साल से भी ज्यादा पुराना है.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.