हरियाणा के इस गांव में पांडवों ने काटा था अपना अज्ञातवास

हरियाणा के इस गांव में पांडवों ने काटा था अपना अज्ञातवास

Harshit Singh
Jun 11, 2025

पिंजौर गार्डन को यादवेंद्र गार्डन के नाम से भी है.

पिंजौर गार्डन को एशिया के सबसे खूबसूरत मुगल गार्डन में से एक माना जाता है.

17वीं शताब्दी के पिंजौर गार्डन मुगल शैली का उद्यान और HMT के कारखाने के लिए जाना जाता है.

दुर्योधन से छिपने के लिए पांडव ने एक वर्ष तक काटा था अपना अज्ञातवास

पृथ्वीराज द्वितीय ने पंचपुरा के प्रमुख को हराया था, जिसे अब पिंजौर कहा जाता है.

पिंजौर में मनाया जाने वाला बैसाखी का त्योहार बहुत फेमस है.

इस शहर का नाम महाभारत के पांच पांडव भाइयों के नाम पर रखा गया था

यह गार्डन सप्ताह के सभी दिनों में सुबह 7 बजे से रात 9:30 बजे तक खुला रहता है, जहां प्रवेश शुल्क प्रति व्यक्ति 20 रुपये है.

पिंजौर गार्डन तक पहुंचने के लिए चंडीगढ़ सबसे निकटतम शहर है और सड़क मार्ग से पिंजौर बस स्टैंड से गार्डन की दूरी लगभग 1 किलोमीटर है.

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