नई दिल्ली में हुए हाई लेवल प्रेस ब्रीफिंग में व्योमिका सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विस्तार से जानकारी दी. आइए आपको बताते हैं कितनी पढ़ी लिखी हैं विंग कमांडर व्योमिका सिंह...
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भाग लिया, जो पहलगाम हमले के जवाब में आतंकी ठिकानों पर भारतीय हवाई कार्रवाई थी.
विंग कमांडर व्योमिका सिंह लखनऊ की रहने वाली हैं और भारतीय वायुसेना में कुशल हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में सेवा दे रही हैं.
विंग कमांडर व्योमिका सिंह को बचपन से ही उन्हें उड़ान का शौक था और उनके नाम 'व्योमिका' का अर्थ भी आकाश से जुड़ा हुआ है.
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने चेतक और चीता जैसे हेलीकॉप्टरों को जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर जैसे दुर्गम क्षेत्रों में उड़ाया है.
विंग कमांडर व्योमिका ने 2,500 घंटे से अधिक की सैन्य उड़ानें पूरी की हैं, जो उनकी दक्षता को दर्शाता है.
2019 में उन्हें फ्लाइंग ब्रांच में स्थायी कमीशन प्राप्त हुआ, जो किसी भी सैन्य अधिकारी के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है.
आपको बता दें कि उन्होंने 1998 में सेंट एंथनी से ग्रेजुएशन किया था और इसके बाद दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से एनवायरमेंटल इंजीनियरिंग की थी.
विंग कमांडर व्योमिका सिंह NCC की सदस्य रह चुकीं हैं. जिसका प्रशिक्षण लेकर हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में भारतीय वायुसेना में उड़ान भरी.