इश्क, बगावत और खुद्दारी, पढ़ें राहत इंदौरी की ये चुनिंदा शायरियां

Ranjana Kahar
Aug 07, 2025

ये जो आंखों में नमी है, ये मोहब्बत की निशानी है. हर रिश्ते में प्यार और विश्वास की कहानी है.

ज़िन्दगी एक सफ़र है, जिसमें हमसफ़र तुम हो. हर मुश्किल में साथ देने वाले, मेरे प्यारे तुम हो.

फूलों की दुकानें खोलो, खुशबू का व्यापार करो, इश्क़ खता है तो, ये खता एक बार नहीं, सौ बार करो.

अंदर का ज़हर चूम लिया धुल के आ गए, कितने शरीफ़ लोग थे सब खुल के आ गए.

कॉलेज के सब बच्चे चुप हैं काग़ज़ की इक नाव लिए, चारों तरफ़ दरिया की सूरत फैली हुई बेकारी है.

रोज़ तारों को नुमाइश में ख़लल पड़ता है, चांद पागल है अंधेरे में निकल पड़ता है.

इन रातों से अपना रिश्ता जाने कैसा रिश्ता है, नींदें कमरों में जागी हैं ख़्वाब छतों पर बिखरे हैं.

तूफान चाहें कितने भी आएं, प्यार का दीप हमेशा जलता रहेगा. ये राखी का बंधन है, जो हमेशा हमें एक दूसरे के करीब रखेगा.

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